मंगलवार, 3 अगस्त 2021

जिसे है प्‍यार अफजल से

 

पूरे गहमर क्षेत्र की जनता और अपने मित्रो के तरफ से जेएनयू पर एक रचना
जिसे है प्‍यार अफजल से, उसे भी मत बचाओ तुम
खड़ा चौराहे पे करके, उसे फॉंसी लगाओ तुम
कभी मुल्‍लो को देखा क्‍या, बगावत कौम से करते
मगर हिन्‍दू भला हिन्‍दू से, लड़ते क्‍यो बताओ तुम
अभी तो एक कन्‍हैया है, इसे भी रोक लो यारो
बचाने जो बढे़ उसको, चला गोली गिराओ तुम
कसम इस देश की लेकर, कसम माटी की खा कर के
ज़मी से पाक का नक्‍सा, लहू देकर मिटाओ तुम
तिलक माथे लगा कर जो न वन्‍देमातरम बोले
न भारत में रहेगा वो, अभी उसको भगाओ तुम
अखंड गहमरी गहमर गाजीपुर उत्‍तर प्रदेश

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