आज कल मैं अखंड गहमरी नाम के पागल से बहुत परेशान हूँ। सुबह ,दोपहर , शाम
जब देखो हाथो में झाडू लिये चला आता है, कभी किसी मलीन बस्ती में तो कभी
किसी मंडी में जाने की तो कभी कहीं जाने की योजन
जब देखो शुरू, ले देकर एक ही बात बस , सफाई सफाई सफाई।*स्वच्छ भारत अभियान* ।
मगर ये बात उसे कौन समझाये कि अब सफाई का मतलब गंन्दी जगहो पर जा कर गंदगी साफ, खुरपी लेकर घास साफ, नाली साफ, चुना डालो, फिर नहाओ या लोगो की टीम बनाओं मलीन बस्ती में जाओ, सफाई करो, साफ से रहने की सलाह दो, अगले दिन फिर जाओं जो गंदी करे उसको समझाओ नहीं रहा।
अब सफाई भी हाईटेक हो गई , जिसे मेरे जैसा अनपढ गवॉंर नहीं कर सकता। अब सफाई भी वीडियों कैमरे और डिजिटल फोटो के साथ होती है। उसके लिए सुन्दर सुन्दर कपड़े चाहिए, एक बड़ा सा साफ सुधरा हाल , गली या लाबी चाहिए । आम आदमी पार्टी वाला झाडू नहीं, खूबसूरत बॉंस के डन्डे से रचा, बना झाडू चाहिए, बैनर चाहिए, पोस्टर चाहिए। पत्रकारो की फौज चाहिए, वो भी पत्रकारो को पहले से सूचना दो क्योकि कही अमिताभ बच्चन और अनुपम खेर सफाई में है तो कही मेादी बाबा, तो कही मुख्यमंत्री, कही सांसद महोदय तो कही विधायक जी, ताे कहीं व्यापारी तो कही समाज सेवी और तो और जहॉं चुनाव है वहॉं की बात ही अगल वहॉं तो सारे के सारे प्रत्याशी सफाई में। एक खूबसूरत मंच भी चाहिए। ताली बजाने वाले श्रोता भी। कुछ खास चमचे भी जो फोटोग्राफी में अपनी भी तस्वीर लाने के जुगाड़ में रहे और फोटोग्राफी होते ही हाथो से झाडू छीन लें।
अब तो पकड़ीतर में सफाई होने की सूचना पृ आधा गाँव दौड़ जायेगा पता नहीं कौन कौन से वी आई पी सफाईकर्मी आये हों।
अब मेरे जैसे ये सब कहाँ से लाये और कैसे करें सफाई।
अब सफाई के लिए भी कम से कम 420 रूपया रहे, तब न सफाई हो
तो अखंड भाई रहने तो सफाई।
मुझे बरतनों की करनी है धुलाई।।
अभी झाडू पोछा भी लगाया नहीं
पिटाई कर देगी आज मेरी लुगाई ।।
जय हिन्द जय भारत
अखंड गहमरी
जब देखो शुरू, ले देकर एक ही बात बस , सफाई सफाई सफाई।*स्वच्छ भारत अभियान* ।
मगर ये बात उसे कौन समझाये कि अब सफाई का मतलब गंन्दी जगहो पर जा कर गंदगी साफ, खुरपी लेकर घास साफ, नाली साफ, चुना डालो, फिर नहाओ या लोगो की टीम बनाओं मलीन बस्ती में जाओ, सफाई करो, साफ से रहने की सलाह दो, अगले दिन फिर जाओं जो गंदी करे उसको समझाओ नहीं रहा।
अब सफाई भी हाईटेक हो गई , जिसे मेरे जैसा अनपढ गवॉंर नहीं कर सकता। अब सफाई भी वीडियों कैमरे और डिजिटल फोटो के साथ होती है। उसके लिए सुन्दर सुन्दर कपड़े चाहिए, एक बड़ा सा साफ सुधरा हाल , गली या लाबी चाहिए । आम आदमी पार्टी वाला झाडू नहीं, खूबसूरत बॉंस के डन्डे से रचा, बना झाडू चाहिए, बैनर चाहिए, पोस्टर चाहिए। पत्रकारो की फौज चाहिए, वो भी पत्रकारो को पहले से सूचना दो क्योकि कही अमिताभ बच्चन और अनुपम खेर सफाई में है तो कही मेादी बाबा, तो कही मुख्यमंत्री, कही सांसद महोदय तो कही विधायक जी, ताे कहीं व्यापारी तो कही समाज सेवी और तो और जहॉं चुनाव है वहॉं की बात ही अगल वहॉं तो सारे के सारे प्रत्याशी सफाई में। एक खूबसूरत मंच भी चाहिए। ताली बजाने वाले श्रोता भी। कुछ खास चमचे भी जो फोटोग्राफी में अपनी भी तस्वीर लाने के जुगाड़ में रहे और फोटोग्राफी होते ही हाथो से झाडू छीन लें।
अब तो पकड़ीतर में सफाई होने की सूचना पृ आधा गाँव दौड़ जायेगा पता नहीं कौन कौन से वी आई पी सफाईकर्मी आये हों।
अब मेरे जैसे ये सब कहाँ से लाये और कैसे करें सफाई।
अब सफाई के लिए भी कम से कम 420 रूपया रहे, तब न सफाई हो
तो अखंड भाई रहने तो सफाई।
मुझे बरतनों की करनी है धुलाई।।
अभी झाडू पोछा भी लगाया नहीं
पिटाई कर देगी आज मेरी लुगाई ।।
जय हिन्द जय भारत
अखंड गहमरी
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