समझना है नहीं आसान उनकी मुस्कुराहट को
जला भी मुस्कुराये वो, मिटा भी मुस्कुराते हैं।
अखंड गहमरी गहमर गाजीपुर
जला भी मुस्कुराये वो, मिटा भी मुस्कुराते हैं।
अखंड गहमरी गहमर गाजीपुर
अखंड गहमरी updated his status.
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करू मैं प्यार की बातें, कहूँ उनसे लिपट मुझसे।
मगर क्यों बात दिल की वो, छुपा दिल में न कुछ कहते।। |
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कदम अपने बढ़ा कर वो, नहीं क्यों साथ देते हैं।
यही तकदीर क्या मेरी, समझ वो चाह चुप रहते।
अखंड गहमरी updated his status.
22 March 2017 12:06
बताना तो उसे चाहा, हमेशा हाल दिल का मैं।
गवाही दिल न दे मेरा, डरें वो रूठ मत जाये।
पलें जो भीख पर मेरे, वही गाली सुनाते हैं
बना जो प्यार का मंदिर वहॉं दुश्मन बुलाते हैं तवायफ जिस्म बेचे तो, कहे उसको बुरा लेकिन वतन जो बेचता उसको,गले हम सब लगाते हैं।
न जाने क्यों थमी साँसे, अभी तो छॉंव पे हक था।
बुलायूँगा किसे अब मॉं, भवंँर में जब फसूँगा मैं।
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