शुक्रवार, 28 अगस्त 2020

आप में नहीं हैं ये गुण इस लिए नहीं बनते आप बड़ा साहित्‍यकार, जाने अपनी कमीयॉं अखंड गहमरी से।

 आप में नहीं हैं ये गुण इस लिए नहीं बनते आप बड़ा साहित्‍यकार, अखंड गहमरी दावे के साथ कहता है कि यह बात पूर्ण रूप से सही है। प्राचीन काल में लिखना तो आसान था लेकिन उसका प्रकाशन आज के जमाने के तरह आसान  नहीं था। आज के जमाने में जितना प्रकाशन आसान है उसे कई गुना कठिन था प्रकाशन कराना और उसे जन-जन तक पहुँचाना।

आज सोशलमीडिया का प्‍लेटफार्म है, लाखो प्रकाशन है। आप अपनी बात सभी तक पहुँचा सकते हैं, इसके बाद भी आप प्रसिद्वि नहीं पाते। आईये हमारे साथ जुड़ीये हम आपको बतायेगें कि कैसे आप अपना नाम साहित्‍य जगत में एक सितारे की भॉंति की चमका सकते है।  आज हम आपको 11 बिंदु बतायेगें, और हर बिन्‍दु पर विस्‍तृत चर्चा करेगें हर शनिवार को इसी ब्‍लाग पर । 

आईये जानते हैं वह 11 बिंदू।

(01)*आपके पास एक लैपटाप होना अनिवार्य है, मोबाइल से भी काम चल सकता है। साथ ही फेसबुक, टिविटर, वाटस्एप, इस्ट्राग्राम के एकाउन्ट भी होने चाहिए। नहीं आता है चलाने तो साीखें मुझसे उसी कार्यक्रम में।

(02)* आपको कुछ अपने कुछ दूसरो की रचनाओं का ज्ञान होना चाहिए, कुछ रचना लिखने के तरीके की भी जानकारी होनी चाहिए, अगर नहीं है तो नेट से निकाल कर लिख लें

(03)* एक फेसबुक समूह बनाकर लोगो को जोड़े, उनकी कमी निकालें, उसे ठीक करावें समूह की संख्या बढावें।

(04)* समय समय पर अपने समूह पर कुछ विवाद करावें और विवाद कुछ दिन हो जाये तो खुद मंहत बन कर शांत करावें।

(05)* अपने किसी दोस्त जो समूह चलाता हो उस पर अपने समूह में दोषा रोपण कराये, खुद पीछे रहे, अंदर से उससे मिले रहे, बाहर गाली दें.. कुछ दिन बीत जाये तो खुद समझौता कर लें।

(06)* विशेष लोगो के पोस्ट पर ही जायें, लोगो को एडमिन, संयोजक, संचालक जैसे पदौ का लालच दे, हर चार पास महीनो में एडमिन को, अध्यक्ष संचालक को बाहर करते रहे।

(07)*अपना गुणगान खुद पहले करें। गीत, गज़ल, मुक्तक जैसै विधाओ से थोड़ थोड़ा विषय लेकर एक नई विधा बनावे और जबरदस्ती सब पर लागू करे।    

(08)* अपने समूह के रचनाकारों का हर वर्ष साझा संकलन सहयोग राशि लेकर । संपादन दूसरे से कराएं नाम अपना दें। रोज अपनी 8-10 रचनाएं डाल कर वाहवाही लूटें। दूसरे की पोस्ट पर न जाएं पर अपनी 8-10 रोज डालें

(09)* पोस्ट डालने से लेकर कमेंट्स , शुभकामना संदेश आदि संचालकों एडमिन से कराएं और आप कभी कभी कुछेक पोस्टों पर एहसान सा जताते हुए प्रकट हों कि पोस्ट डालने वाला भी आपके आशीर्वचन से अपने आप को धन्य समझने लगे । 

(10)* केवल एक लक्ष्य एक ध्येय ही सर्वोपरि हो कि मात्र स्वंय के हित के लिए ही सारी गतिविधियों का संचालन करना है जिससे खुद की ही अधिक से अधिक मार्केटिंग हो और वह हमेशा हाई लाइट में बना रहे। उसे सदा अपनी उपलब्धियों का गौरव गान यत्र तत्र सर्वत्र समय समय पर करने में महारत हासिल होनी चाहिए। 

(11)* पत्रपत्रिकाओं में खास तौर जो आनलाइन हो उसमें रचनाएं भेजें और लिंक अधिक अधिक शेयर करें। 

 

आप को इस विषय में हम विस्‍तार से बतायेगें पढ़ते रहीये अखंड गहमरी का ब्‍लाक पोस्‍ट। मेरा दावा है आप सफल होगें।  

 



 

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