भारत के मुसलमान कहते हैं कि देश की आजादी में उनका योगदान था, उन्होंने भी
खून बहाया, अब इन अरब के लुटेरे गद्दारो को कौन समझाने जाये कि 835 में
भारत आने के बाद तुमने खून की नदी बहाई, और फूट डाला राज किया और 1947 में
अपने खून के बदले भारत के टुकड़े कर पाकिस्तान लिया और कुछ गद्दार भारत के
पूरे हिस्से को लेने भारत में रूक गये जो अब भारत की कुल आबादी का 13.84
हो गये। जो भारत से गद्दारी करना अपना धर्म समझते है, और समझे भी क्यो नही
पूरी दुनिया जानती है इस्लाम मतलब होता ही आतंकवाद है।खून के बदले देश
लेने के बाद भी मुसलमान चुप नही है, आतंकवाद फैला रहे है, देश की आजादी में
बहाये खून का कर्ज ले रहे हैं और भाई भाई का नारा भी साथ में दे रहे है।
अरे भाई देश ले ही लिया तो कैसा भाई और कैसा भाईचारा।
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